Amidst a rising demand for urea in the upcoming paddy-sowing season BISCOMAUN is emerging as a savior for the farmers of Bihar, according to several media reports coming from the state. According to a latest report even union minister Giriraj Kishor has invoked the state govt to follow the example of Biscomaun. The Co-operative Federation has defended its price line of Rs 265 per bag despite several odds, experts say.
How the price line is sacrosanct for Biscomaun was explained by its Chairman Sunil Kumar Singh who narrated a story where BISCOMAUN paid Rs 2000 to a whistle blower who complained of a breach in the price line in one of the selling points of Biscomaun in Mohinia (Kaimur).
Sending a photo of slip of payment to one Mr Pankaj, Chairman Singh writes “Biscomaun is pleased to pay you the money as your complaint made on my phone was found to be true after the investigation”. It bears recall that Biscomaun has made wide publicity about its unwavering price line and has also given mobile numbers in case of any complaint. “The Chairman sahib personally monitors the complaints”, said an official to Indian Cooperative.
Farmers complain that though urea is available easily in the market but it is being sold at a premium and sometimes the price goes up to Rs 500 a bag. Actually, the inflated rate of Rs 400 a bag is common, they assert.
“The establishment of each counter costs about Rs 75 thousand and as we have no support from the state govt, we can only grow at our own pace”, lamented Biscomaun Chairman. Instead of partnering with Biscomaun for helping the farmers on time in procuring urea, the state govt is opposed to the current leadership of Biscomaun, complained one of the Directors on the Board of Co-op Federation.
“There is FIR on our Chairman and the accounts of Biscomaun have been frozen in an age-old PF case in which the current leadership had no role to play”, he rued. Unfazed Sunil goes about the business of selling urea and dares the state govt to initiate action against him, amidst rumour of him being arrested doing rounds.
“I am going to Maldives this month, tell my opponents if they have guts to stop me”, he dares them every now and then. Last month he organized a party of fish curry at his office and asked this correspondent to inform the Police to arrest him. The story which was read by a lakh readers was featured in these columns under the title “Probe ordered against Biscomaun; unfazed Chairman throws fish curry luncheon”.
Check out the video:
BISCOMAUN – WORKING FOR THE FARMER’S ON THE GROUNDS IN THE HONEST LEADERSHIP OF DR. SUNIL KUMAR SINGH JI . WE THE COOPERATORS OF THE STATE OF BIHAR SALUTE HIS COMMITMENT FOR THE FARMERS , HOPE A TIME WILL COME TOO WHEN THE STATE GOVT. WOULD COME FORWARD TO HELP BISCOMAUN FOR EXPANSION OF ITS COUNTERS IN THE STATE ?
राज्य सरकार को भारत सरकार के मंत्री ने दी नसीहत,बिस्कोमान की तरह 265/- में यूरिया उपलब्ध कराए बिहार सरकार।
विपरीत परिस्थितियों एवम् राज्य सरकार के समर्थन की जगह विरोध झेल कर बिस्कोमान ने किसानों को न्यूनतम मूल्य से भी डेढ़ रुपए कम दाम पर जो यूरिया उपलब्ध कराया है ऐतिहासिक बात है।
It’s a great effort given by biscomaun and his employ, every farmers are getting urea at minimum rate. Thankful for your great effort.
In this epic organization, I personally believe that our Hon’ble Chairman Sir, Dr. Sunil Kumar Singh is doing a great job for our farmer’s by making available Urea – one of the most important fertilizer for proper growth of crops at just ₹ 265/- per bag which is nearly impossible to do so by the government. The plinth of our farmer’s for cultivation in BIHAR is only BISCOMAUN.
जहां बिहार में सरकार के लाइसेंसी उर्वरक दुकानदारों ने ₹450 से लेकर ₹500 तक यूरिया का ब्लैक मार्केटिंग कर रहे हैं वहीं पर बिस्कोमान मुंहतोड़ जवाब देती हुई ₹265 में यूरिया दे रही है
माननीय अध्यक्ष, बिस्कोमान डॉ सुनील कुमार सिंह आज जो बिहार के किसानों के लिए कार्य कर रहे हैं वह ना तो पहले कभी ऐसा हुआ था और ना ही 30 वर्ष आगे तक तो कोई कर सकेगा
मेरा उम्र 55 वर्ष का है अभी तक बिहार में कोई ऐसा व्यक्ति सामने नहीं आया जो सरकारी रेट से किसानों को उपलब्ध करा सके। बिहार जैसे गरीब राज्य में सर्वव्यापी था कि जिस समय यूरिया की जरूरत होती थी उस समय ₹500 प्रति बोरा से कम रेट पर किसी भी किसान को उर्वरक नहीं मिलता था
आज पहली बार डॉक्टर सुनील कुमार सिंह अध्यक्ष बिस्कोमान के चलते मात्र ₹265 में गुणवत्तापूर्ण यूरिया किसानों को उपलब्ध कराया जा रहा है
बिस्कोमान का प्रत्येक कृषक सेवा केंद्र पर यूरिया का मूल्य ₹265 दीवारों पर वॉल पेंटिंग कर प्रकाशित किया हुआ रहता है एवं ₹1 भी ज्यादा लेने वालों का सूचना देने हेतु मुख्यालय के पदाधिकारी के साथ साथ अध्यक्ष बिस्कोमान का भी मोबाइल नंबर सीधा संपर्क करने हेतु दिया हुआ रहता है।
ऐसा ना तो पहले कभी हुआ था और ना ही सरकार की बस की बात है यह केवल बिस्कोमान की बात है
दिनाँक 11-01-19 के दैनिक जागरण में प्रकाशित विज्ञापन में किसान भाइयों को यूरिया का उचित मूल्य ₹265 प्रति बोरा बताते हुए किसानों को यूरिया के मूल्य से बार-बार बिस्कोमान अवगत करा रही है और यह भी आश्वासन दे रही है की हरसंभव बिस्कोमान किसानों को सेवा, उचित दाम एवं गुणवत्तापूर्ण उर्वरक उपलब्ध कराने हेतु कृत संकल्पित है
यह पढ़कर हम किसान भाइयों का मन हर्षित हो जाता है जय जवान जय बिस्कोमान
बिहार सरकार हम किसान भाइयों को उचित दर एवं उचित समय पर यूरिया मुहैया कराना दूर की बात है वह यूरिया का ब्लैक मार्केटिंग पर पहले रोक तो लगा ले ।
बिस्कोमॉन कृषक सेवा केंद्र, बिक्रमगंज में SDO को स्वयं माइक लेकर किसानों को संबोधित करना पड़ा , वह किसानों को इस तरह से समझा रहे हैं जैसे मानो की फ़र्टिलाइज़र माननीय नीतीश कुमार जी, बिहार के मुख्यमंत्री ने किसानों के लिए भेजा हो।:
ये मेरे आंखो और कानो से सुना हुआ एवं वीडियो किल्प भी है
बिस्कोमान सहकारी संस्था है सरकारी नहीं !क्योंकि बिस्कोमॉन के कृषक सेवा केंद्रों पर जैसे ही यूरिया खत्म होता है किसान वर्ग बिस्कोमॉन के वितरण प्रणाली को सरकारी व्यवस्था समझ हंगामा पर उतारू हो जाते हैं। इंडियन कोऑपरेटिव के माध्यम से मैं सहकारी आंदोलन से जुड़ा हुआ हूं इसलिए किसान भाइयों से निवेदन करता हूं कि बिस्कोमान कृषक सेवा केंद्र पर शांति बनाकर कतार बद्ध होकर यूरिया का उठाव करें
जय किसान जय बिस्कोमान
अगर किसान भाइयों को ₹265 से ₹1 भी ज्यादा बिस्कोमान के कोई भी कृषक सेवा केंद्र पर मांग की जाती है तो माननीय अध्यक्ष डॉ सुनील कुमार सिंह साहब के मोबाइल नंबर 9931000006 पर सीधा संपर्क कर सकते हैं
सरकार लाख चाहे कि बिस्कोमान को पूरी तरह बर्बाद कर देना है, और इस असफल प्रयासः में कई वर्षों से सरकार लगी हुई है,लेकिन बिस्कोमान किसान हित में जिस ईमानदारी के राह पर चल पड़ा है,उसे भ्रष्ट तन्त्र के कोई मुलाज़िम रोक नहीं सकता।
बिस्कोमान बिहार में किसान भाइयों के लिए वरदान है |
हमारे किसान भाइयों का एक ही सपना केवल बिस्कोमान का यूरिया ही हो अपना |
हमारे किसान भाइयों का आन बान शान है बिस्कोमान |
आज के दिनांक में जितना किसान भाइयों के लिए बिस्कोमान सोचता है औऱ करता है , उतना कोई भी सहकारिता नहीं कर सकता है |
हमारे राज्य का रीढ़ है बिस्कोमान किसान भाइयों के लिए |
चाहे जाड़ा हो, चाहे गर्मी हो ,चाहे बरसात ही क्यों ना हो बिस्कोमान का कृषक सेवा केन्द्र हमेशा किसान भाइयों के लिए खुला रहता है |
आज के दिनांक में बिस्कोमान का कृषक सेवा केन्द्र 150 + है हमारे राज्य में ,जो की अपने आप में एक मिशाल है |
265 का मतलब 265 ही होता है ,ना कम ना ज्यादा |
265 का मतलब 265 ही होता है ,ना कम ना ज्यादा |
265 रूपया मे पालीगंज मे यूरिया उपलब्ध कराने के लिए चेयरमैन साहब को पालीगंज के किसानों की ओर से बहुत बहुत धन्यवाद ।