Union Home and Cooperation Minister Amit Shah said that the hard-earned money of gullible depositors stuck in beleaguered Adarsh Credit Cooperative Society will be released sooner than later.
He was having an informal interaction with media persons on the sidelines of the launch ceremony of IFFCO Nano DAP at Saket, New Delhi.
On the question raised by the Indian Cooperative correspondent he said, “We are helping 10 crore investors associated with Sahara Group’s four societies, we will also work on helping the depositors of Adarsh Credit Cooperative Society”.
“It was easy in the case of Sahara because the amount is with the SEBI but in the matter of Adarsh Credit Co-op Society, we have to sell the assets of the society to pay out the money of depositors and the discussion with the stakeholders is going on”, he added.
The Union Minister was confident that a way out would be found sooner than later. “Yes, we are aware of the matter and the ministry is aware of the issue”, pat came his reply as soon as this correspondent raised the issue.
The Indian Cooperative desk keeps receiving letters from the helpless victim of Adarsh Credit Co-op from across the country who seek the intervention of the Minister in the matter. They point out that the case of Sahara Co-op was no less ticklish but the Ministry even went to the apex court to help the victims. They are expecting some out of the box solution for themselves as well.
The founder chairman of Adarsh Credit Co-op Mukesh and his family members are alleged to have run Ponzi schemes and floated several fake companies to which they diverted Rs 8400 crore.
Twenty lakh people invested Rs 14,682 crore over 8 years in Adarsh credit society.
In the media interaction Shah exhorted scribes to focus on the cooperative sector and called it a nerve point for rural growth. Giving details of the new avatar of PACS, the minister said that two lakh panchayats where there is no PACS will have one in the next five years.
Extolling the virtues of multidimensional PACS, the Minister however conceded to this correspondent that it may have some glitches in its operation but the same would be resolved as and when they appear.
“You cannot stop a good thing only because it may not succeed; we have to roll it out to see how it materializes on the ground” Said the minister when this correspondent pointed out that local muscle men may put impediments to the democratic functioning of PACS.
चुनावी वर्ष है , जल्दी से जल्दी आदर्श पीड़ित लोगों को उनका डूबा हुआ रुपया वापस लौटा दो।अगर यह कार्य आपने कर दिया तो हम आदर्श पीड़ित लोग आपका गुण गान करते रहेंगे और आने वाले राजस्थान विधान सभा एवम लोक सभा चुनाव में दिल खोल कर चुनाव प्रचार करेंगे और सत्ता में लायेगे।
कृपया हमारी बात गौर करें तथा हमारा रुपया लौटाने की शीघ्र कार्यवाही करे।
As our Minister, Amit Shah ji said, regarding Aadarsh Credit Cooperative issue will be solved as early as possible. JAI HIND
हमारे आदर्श के सभी निवेशकों का पैसा अगर आप वापस कराएंगे तो आपकी सरकार को निश्चित रूप से हम सभी मिलकर जितायेगे नहीं तो विरोध मे नोटा दबाएंगे
राजस्थान के वोटर उसी के होगे जो उन्हे आदर्श में डूबा धन दिलाएगा
आदर्श क्रेडिट सोसायटी के २१ लाख पिडित निवेशक ४५०० कर्मचारी और ३ लाख ऐजेटं ४ सालों से अपने खुन पसिने की कमाई को वापिस पाने के लिये केन्द्र सरकार व राज्य सरकार को ग्यापन दे रहे हैं लेकिन सरकार को जनता से कोई सरोकार नहीं है! इन चार सालो मे कितने ही निवेशक, कर्मचारी, ऐजेटों ने आत्महत्या कर ली है, कितने ही निवेशक इस घुटन से लकवाग्रस्त हो चुके हैं, कितने निवेशक इस पिडा से डिप्रेशन व हार्ड के शिकार हो गये है! लाखो निवेशको को चिंता से बीपी, शुगर ने जकड लिया है! मेरी मौसी जो आंगनवाड़ी मे कार्य करती थी उसने साढे तीन लाख रुपये आदर्श क्रेडिट सोसायटी मे जमा कराये थे, २०१९ मे आदर्श क्रेडिट सोसायटी के टैशन से हार्ड ऐटेक से चली गई! मेरे पापा के चाचा के लडके नाथूराम रावल निवासी तखतगढ पाली राजस्थान १ करोड से ऊपर आदर्श क्रेडिट सोसायटी मे जमा के सदमे से २०२० मे हार्ड ऐटेक से भगवान को प्यारे हो गये! क्या बित रही है, उस परिवारो मे जिनका मुखिया भी घर से विदा हो गया और राशी भी अटक गई है! मैने भी मेरे पूरे परिवार की खुन पसिने की सारी कमाई आदर्श क्रेडिट सोसायटी मे जमा करा ली थी, और आज मे नाना प्रकार के दुखो से पिडित हूं! जीवन के सभी सामाजिक कार्य, बेटे-बेटियों की शादी के लिये, मकान बनाने के लिए, बच्चों के उच्च शिक्षा के लिये जो सपने संजोये थे वो सब मिट्टी में मिल गये! अब या तो सरकार आदर्श क्रेडिट सोसायटी का निवेश दिलावे या ईच्छा मृत्यु का वरदान दे!
माननीय गृहमंत्री एवं सहकारिता मंत्री जी श्री अमितशाहजी से मार्मिक अपिल करते है कि २१ लाख निवेशक राष्ट्र भक्त लोग है, इनके जीवन मे खुशहाली लाने के लिए आदर्श क्रेडिट सोसायटी से लिक्वीडेटर हटाकर प्रशासक की नियुक्ति कर नया बोर्ड बनाकर सोसायटी को रेग्युलेट करे ताकि ५००० कर्मचारियों का रोजगार बचेऔर ३ लाख एजेंट नारकीय जीवन से बचे!
हम बड़े स्तर पर जीवन भर का पैसा आदर्श सोसायटी में लगाए हुए है नोबत जीवन मरण की है अब कोई उपाय नहीं
अब तो उम्मीद उन्ही से जिन्होंने देश बदलने की कसम खाई है
शासन उसी का होगा जो हमे आज भुगतान कराएगा