Sharad Pawar’s daughter and a Member of Parliament from Maharashtra, Supriya Sule is active in rescuing the interest of depositors of the beleaguered PMC bank. Several depositors have called her a messiah.
On Tuesday, Sule requested Union Finance Minister Nirmala Sitharaman to expedite the procedure for the merger of the PMC bank branches.
She tweeted, “Requesting Hon. @nsitharaman Ji to expedite the procedure for the merger of these Bank Branches. Let us work together to help the PMC Bank Depositors”.
The proposal for the merger of PMC bank branches with the MSC bank has been sent to RBI and Nitin Gadkari has written a letter about the same, Supriya Sule reminded the Union Finance Minister.
Meanwhile, several cooperators are asking when Union Finance Minister Nirmala Sitharaman will break her silence on the issue.
Earlier, Supriya Sule had a meeting with the PMC depositors through video conferencing.
आदरणीय त् जी!
मैं नरेंद्र सिंह आदर्श क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी लि. का कर्मचारी सदस्य निवेशक हूं।
श्रीमानजी आदर्श क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी जो कि सेंट्रल रजिस्टार एवं कृषि मंत्रालय में रजिस्टर्ड थी और पिछले 20 वर्षों से बहुत ही अच्छा कार्य चल रहा था तथा सोसायटी होते हुये भी खाते खोलने से परिपक्वता भुगतान तक रिजर्व बैंक के मानको के अनुसार होता था तथा सभी कार्य डिजीटल तरीके से संपादित होते थे। भारत में इसकी 809 शाखाये थी तथा लगभग 4 लाख लोगों को इसके माध्यम से रोजगार मिल रहा था। सोसायटी के 21 लाख से अधिक संतुष्ट ग्राहक थे तथा सोसायटी हर वर्ष लाभ मे रहती थी तथा शेयरधारकों को प्रतिवर्ष डिवीडेंड भी दे रही थी तथा सरकार द्वारा समय-समय पर संस्था की ऑथोराइज्ड सी.ए. ऑडिट भी होती थी जिसकी रिपोर्ट प्रतिवर्ष सेंट्रल रजिस्ट्रार (सहकारिता) को प्रेषित की जाती थी। भारत सरकार की विदेश मंत्रालय की वेबसाइट पर आदर्श मनी एप्पलिकेशन के द्वारा डिजीटल लेनदेन के संबन्ध मे लेख भी प्रकाशित हुआ था जिसमे सोसायटी के कार्यों की प्रशंसा की गई तथा केन्द्रीय कृषि मंत्री द्वारा भी आदर्श क्रेडिट की कार्यप्रणाली की तारीफ की गई थी। आदर्श क्रेडिट की सामाजिक सरोकारों के तहत आदर्श चैरिटेबल संस्था के माध्यम से ब्लड डोनेशन कैंप आयोजित होते थे जिससे भारत मे किसी भी व्यक्ति को टोल फ्री नंबर के माध्यम से त्वरित ब्लड उपलब्ध करवाया जाता था तथा राजस्थान मे आंगनवाड़ी केन्द्रों को आर्थिक संबल प्रदान किया जाता था, इसके अलावा समय समय पर सोसायटी द्वारा आपदा काल जैसे बाढ़, भुकंप, अतिवृष्टि आदि मे देश विदेश मे मदद की जाती थी जिसके अंतर्गत नेपाल, केदारनाथ, कश्मीर, गुजरात भूकंप मे राहत सामग्री से मदद व सांचौर मे बाढ पीड़ितों को हेलिकॉप्टर के माध्यम से राहत सामग्री पहुंचाने का कार्य किया गया इसके अलावा पिछले 20 वर्षों से वनवासी परिषद के माध्यम से मदद का काम किया जा रहा है तथा विधाभारती को 5 करोड़ का विधालय निर्माण व विभिन्न गौशालाओ को आर्थिक सहायता दी गई थी।
यह सब कृत्य करने पर तथा राजनीति के माध्यम से समाज सेवा करने की महत्वाकांक्षा के कारण राजनीतिक षड्यंत्र का शिकार सोसायटी के संस्थापक व प्रबंधन मंडल को बनाया गया तथा सोसायटी को चलायमान रखने के अन्य विधिक उपचारों को दरकिनार कर रजिस्ट्रार द्वारा पिछले डेढ वर्ष से लिक्विडेटर नियुक्त कर दिया गया है। इन सबके कारण सोसायटी के 21 लाख निवेशको के पैसे फस गये है व लगभग 4 लाख लोगो का रोजगार संकट मे है।
सोसायटी के निवेशकों मे से अधिकतर RSS के स्वयंसेवक है और उनके द्वारा राशि संघ की मासिक पत्रिका पाथेय कण मे विज्ञापन तथा सहकार भारती मे मुकेशजी मोदी का प्रतिनिधित्व व संघीय पृष्ठभूमि देख कर निवेश करवाया गया था। आदर्श क्रेडिट जनवरी 1999 से लगातार अच्छा कार्य कर रही थी और सहकारिता के भी बहुत कार्य किये देश की हर आपदा में अपना सहयोग दिया। देश भर में 809 शाखाओ के साथ नई तकनीक से कार्य कर देश विदेश में काफी नाम कमाया। ISO सर्टिफाइड संस्था और सरकार ने भी विदेश मंत्रालय की साइट पर आदर्श क्रेडिट का उल्लेख किया और BJP सरकार के मंत्री महोदय श्री राधामोहन सिंह जी द्वारा उन्हें 2017 में प्रशंसा पत्र भी दिया गया। लगातार 20 साल से सरकार द्वारा ऑडिट भी की जा रही थी लेकिन 13 जून 2018 को ABP न्यूज़ चैनल के द्वारा मास्टरस्ट्रोक चलाया गया जिससे 21 लाख परिवार आज दर-दर की ठोकर खा रहे हैं। आदर्श के प्रमोटर मंडल को जेल में डाल दिया गया और 6 माह से कम समय मे ही सोसाइटी को लिक्वीडेटर के हवाले कर दिया आज तक किसी भी सोसाइटी पर इतनी जल्दी ऐसा फैसला नही दिया जिससे लाखो करोड़ो लोग बर्बाद हो जाये। सेंट्रल रजिस्ट्रार साहब को ये निर्णय लेने से पहले लाखो लोगो के बारे में हजार बार सोचना चाहिये था आज तक किस लिक्विडेटर ने लोगो को उनका पूरा भुगतान कर दिया।
आदर्श क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी के मुख्य बिंदु👉
(1) आदर्श क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी सहकारी संस्था हैं।
(2) जो पिछले 20 साल से समय पर अपने मेंबर को भुगतान कर रही थी।
(3) रिजर्वे बैंक द्वारा सचेत की साइड पर आदर्श के जमा धन को सुरक्षित बताया गया
(4) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आदर्श सोसायटी को डिजिटल प्लेट फॉर्म का आभार आदर्श के हेड आफिस गुजरात मे दिया गया
(5) सोसायटी में 21 लाख सदस्य है 4 लाख अडवाइजर और 5000 ऑफिस स्टाफ हैं सभी मेम्बर की KYC आधार से जुड़ी हैं
(6) लगातार 20 साल से समय-समय पर ऑडिट होता गया जिसमें कभी कोई कमी नही पाई गई ।
(7) सहकारी विभाग के अलावा आदर्श क्रेडिट का अपना ऑडिट विभाग हे जो शाखा कार्यालयों के अतिरिक्त सभी सदस्यों की KYC का बारीकी से जांच करता है KYC मे पह्चान ID के रुप मे केवल आधार कार्ड ही मान्य है इसके अलावा किसी और को मान्यता नही दी गई है।
(8) सहकारी विभाग की ऑडिट मे आदर्श क्रेडिट को 18 सालो से क्लीन चिट दिया जा रही थी ।
(9) समाचार चैनल द्वारा 13/6/2018 को अनियमितता दिखाने के बाद से सोसायटी के संचालक मुकेश मोदी और परिवार को जेल में डाल दिया गया।
(10) जांच के नाम पर सभी एकाउंट और इनकी प्रापर्टी पर रोक लगा दी गईं।
(11) हाई कोर्ट से जमानत भी मिल गई।
(12)सुप्रीम कोर्ट में SFIO द्वारा अपील करने पर स्टे चल रहा है।
(13) इन सब मे 24 महीने बीत गए आदर्श क्रेडिट सोसायटी में 21लाख मेंबर 4 लाख एडवाइजर और 5000 ऑफिस स्टाफ है जो पिछले 24 महीने से बेरोजगार हो गए है।
(14) मल्टीएस्टेट क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी एक्ट के तहत अगर मैनेजमेंट दोषी हैं तो प्रशासक द्वारा मेंबर के बीच चुनाव करके नया मैनेजमेंट बनाकर सोसायटी को रेगुलेट किया जा सकता हैं।
(15) आपके 1 आदेश से पूरे भारत मे 809 ब्रांचों के 21 लाख मेंबर और 4 लाख एडवाइजर एवं 5000 स्टाफ की रोजी रोटी फिर से चल सकती है।
सर मेरा आपसे उन 21 लाख परिवारो की तरफ से निवेदन है की आप हमारी मदद करे।
धन्यवाद